आटा-चावल से लेकर दाल-तेल तक 3 महीने में हुए महंगे
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 10 दिसंबर 2020 के मुकाबले 10 मार्च 2021 को चावल के रेट में 9.3 फीसद, गेहूं में 2.34 फीसद और गेहूं के आटे में 6.18 फीसद की बढ़ोरी हुई है। वहीं पिछले 3 महीने में खुदरा बाजार में आलू, टमाटर और प्याज के भाव में कमी ने उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत दी है। पेट्रोल-डीजल और घरेलू एलपीजी ने तो आम आदमी का तेल निकाल लिया है, वहीं आटा, चावल, दाल और सरसों तेल जैसी आवश्यक वस्तुओं के दाम लोगों का बजट बिगाड़ रहे हैं। उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन महीने में तेल से लेकर दूध तक और आटा से लेकर चाय तक महंगा हुआ है।
इन तीन महीनों में पैक पाम तेल 104 रुपये से उछलकर करीब 118 रुपये, सूरजमुखी तेल 129 से 151, वनस्पति तेल 102 से 117 और सरसों का तेल 137 से 149 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वहीं मूंगफली और सोया तेल में भी 14 फीसद तक महंगे हुए हैं।
दालों ने भी तरेरी आंखें
अगर दालों की बात करें तो मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अरहर यानी तूअर की दाल में गिरावट दर्ज की गई है। अरहर दाल औसतन 105 रुपये किलो से करीब 106 रुपये , उड़द दाल 107 से 111, मसूर की दाल 78 से 79 रुपये पर आ चुकी है। मूंग दाल भी 104 से 106 रुपये किलो पर पहुंच गई है। चावल में 9 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। अगर चाय की बात करें तो इसके भाव थमने का नाम नहीं ले रहे। खुली चायपत्ती इस समयावधि में 14 फीसद बढ़कर 247 से 283रुपये पर पहुंच गई है। चीनी और गुड़ के भाव थोड़े कम हुए हैं।