शेयर बाजार में भूचाल, शुरुआती कारोबार में ही निवेशकों के 5.91 लाख करोड़ रुपये डूबे
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग और इससे उपजे तनाव की वजह से सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। सुबह के कारोबार में निवेशकों की 5.91 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति स्वाहा हो गई। सोमवार को लगातार यह चौथा दिन था जब शेयरों में गिरावट जारी रही। BSE सेंसेक्स 1,735.98 अंक या 3.19 प्रतिशत गिरकर 52,597.83 पर आ गया, यह कमजोर वैश्विक इक्विटी और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि को दर्शाता।
इक्विटी में भारी गिरावट के साथ बीएसई की लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सुबह के सौदों में 5,91,094.71 करोड़ रुपये गिरकर 2,40,88,326.67 करोड़ रुपये हो गया। मारुति सुजुकी इंडिया, इंडसइंड बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और एक्सिस बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही, इनमें 6.72 प्रतिशत तक की सबसे बड़ी गिरावट रही।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के अनुसार, युद्ध से उत्पन्न असाधारण अनिश्चितता ने कमोडिटी बाजारों को उथल-पुथल में बदल दिया है। क्रूड का 128 अमेरिकी डॉलर पर जाना एक बड़ा झटका है। यह वैश्विक विकास को प्रभावित कर सकता है और महंगाई के दबाव को बढ़ा सकता है। आज अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 8.84 प्रतिशत बढ़कर 128.6 डॉलर प्रति बैरल हो गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों में अपनी बिकवाली जारी रखी और शुक्रवार को शुद्ध आधार पर 7,631.02 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की।
डॉलर के मुकाबले रुपया 81 पैसे टूटा
रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 81 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 76.98 पर आ गया। रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण भू-राजनीतिक जोखिम बढ़ने के बीच निवेशकों द्वारा डॉलर के रूप में सुरक्षित ठिकाना खोजने से यह गिरावट आई।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कमजोर वैश्विक बाजारों और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआती कारोबार में लगभग तीन प्रतिशत टूट गए। इस दौरान 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुला और 1,620.73 अंक या 2.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,713.08 पर आ गया।