यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर बरसे NATO महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग
वाशिंगटन। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद हड़कंप मच गया है। अमेरिका और पश्चिमी देशों की ओर से रूस के कदम की कड़ी निंदा की गई है। इस बीच NATO के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने भी यूक्रेन पर रूस के हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। साथ ही उन्होंने कहा कि रूसी की आक्रामकता से बचाव को लेकर अपने हवाई क्षेत्रों में हमने 100 से अधिक लड़ाकू विमानों को हाई अलर्ट पर रखा है।
जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने कहा कि हमारे पास अपने हवाई क्षेत्र की रक्षा करने के लिए 100 से अधिक लड़ाकू विमान और भूमध्य सागर तक समुद्र में 120 से अधिक युद्धपोत हाई अलर्ट पर हैं। हम नाटो गठबंधन को ऐसी आक्रामकता से बचाने के लिए जो भी जरूरी होगा उन कदमों को उठाएंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि कल शुक्रवार को भावी रणनीति तय करने के लिए नाटो नेताओं की बैठक होगी।
नाटो महासचिव ने रूस से सैन्य कार्रवाई को तुरंत बंद करने और यूक्रेन से हटने की अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र हमेशा निरंकुशता पर हावी रहेगा। हमेशा दमन पर स्वतंत्रता की विजय होगी। मौजूदा वक्त में नाटो यूक्रेन के साथ पूरी ताकत और एकजुटता के साथ खड़ा है। नाटो सहयोगी और यूरोपीय संघ भी रूस पर गंभीर प्रतिबंध लगा रहे हैं। हमारे सभी सहयोगी एक साथ खड़े हैं। हम अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था इस तरह के उल्लंघनों को कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे।
नाटो महासचिव ने यह भी कहा कि आज हमने नाटो की रक्षा योजनाओं को एक्टिवेट कर दिया है। इससे हमारे सैन्य कमांडरों को जरूरत पड़ने पर सेना तैनात करने का ज्यादा अधिकार मिल जाएगा। उन्होंने रूसी चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि मौजूदा वक्त में यूक्रेन के भीतर कोई नाटो सैनिक मौजूद नहीं है। हम नाटो क्षेत्र के पूर्वी हिस्से में नाटो सैनिकों की मौजूदगी को बढ़ा रहे हैं।
नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि हमारे लिए शांति कायम होना बेहद जरूरी है। हमारे सैन्य कमांडर रूस के संपर्क में हैं। हम शांति सुनिश्चित करने के लिए रूस से संपर्क जारी रखेंगे। इस बीच यूक्रेन की सेना ने अपने बयान में कहा है कि रूस ने यूक्रेन पर 30 से अधिक हवाई हमले किए हैं। ये हमले नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे पर किए गए हैं। इन हमलों में कलिब्र क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया है।