नोबेल शांति पुरस्कार विजेता डेसमंड टूटू का निधन
जोहान्सबर्ग, 27 दिसम्बर : दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ अथक संघर्ष करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आर्कबिशप डेसमंड टूटू का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। इस बात का खुलासा राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने टूटू परिवार के सदस्यों के साथ किया। उनके परिवार ने एक बयान में कहा, “टुटू का आज सुबह केप टाउन के ओएसिस फ्राई केयर सेंटर में निधन हो गया।” हालांकि मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। राष्ट्रपति रामफोसा ने दक्षिण अफ्रीका की मुक्ति के लिए लड़ने वाले एक और महान व्यक्ति के नुकसान पर शोक व्यक्त किया।
दक्षिण अफ्रीका के नैतिक कम्पास के रूप में जाना जाता है, टूटू 1980 के दशक में स्थानीय अश्वेतों के क्रूर दमन और रंगभेद के खिलाफ प्रमुख हस्तियों में से एक था। उन्होंने एलजीबीटी लोगों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। उनके अहिंसक संघर्ष के लिए उन्हें 1984 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह जोहान्सबर्ग के पहले अश्वेत बिशप और बाद में केप टाउन के आर्कबिशप थे। 1997 में उन्हें प्रोस्टेट कैंसर का पता चला था। वर्षों से उन्हें इसके उपचार से संबंधित संक्रमणों के कारण कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वेंकट, ekhabar रिपोर्टर,